अगले दो दिन तीव्र शीत लहर चलने एवं पाला पड़ने की आशंका
किसानों को फसलों एवं मवेशियों की सुरक्षा करने की सलाह
बालाघाट// मौसम पूर्वानुमान के अनुसार बालाघाट जिले में अगले दो दिनों में तीव्र शीत लहन चलने एवं पाला पड़ने की संभावना बताई गई है। ऐसी स्थिति में स्वयं को एवं फसलों की सुरक्षा के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र बड़गांव के प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आर एल राउत ने किसानों को सलाह दी है।
इस संबंध में किसानों को दी गई सलाह में कहा गया है कि ठंडी हवाएं ठंड बढ़ा सकती है अत: कमजोर लोगो, शिशु, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों वाले लोगों को इससे सावधान रहने की जरूरत है। हृदय रोग से प्रभावित लोग बिना गर्म कपड़े के घर से बाहर न निकले। अधिक समय तक ठंड के संपर्क में रहने से बचें। ढीले हल्के वजन एवं कई सतहों वाले गर्म ऊनी कपड़े पहने। सर, गर्दन, हाथों को अच्छे से ढक के रखे और गर्म पानी का सेवन करें।
किसानों को सलाह दी गई है कि पाला होने की स्थिति में शाम के समय खेत की मेड़ पर धुंआ करे और शाम / रात्रि के समय खेत में सिचाई में करें। इसके अलावा पाला से प्रभावित होने वाली फसलों में सल्फर 2 एम एल प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करे। पाले से प्रभावित होने वाली फसले सब्जियों की नर्सरी आलू, मटर, चना, तुअर, बैगन, मिर्च, टमाटर, पपीता, मुनगा आदि में तापमान 1°C से कम जाने पर बड़े पौधों को भी व्यापक नुकसान हो सकता हैं। तापमान में होने वाली गिरावट से बचाव के लिए रात के समय मवेशी, नवजात बछड़े, मेमने को छतवाले बाड़े में रखने तथा ठंड से बचाव के लिए फर्श पर पैरा का गहरा बीछावन बिछायें।
कुक्कुट फार्म में कृत्रिम प्रकाश की व्यवस्था करने, मुर्गीशाला की बिछाली गीली होने पर समय से पलट देने और इसे सुखाने के लिए चूना का भुरकाव करने कहा गया है। अगर तापमान कम हो और पोल्ट्री में नुकसान हो रहा हो वहा पोल्ट्री फार्म में 100 वर्ग फिट में 100 बाट का बल्ब लगाने की सलाह दी गई है, ताकि मुर्गियां सुरक्षित रहे। पशुओं को ठंड से बचाने के लिए सूखी घास का बिछौना व बोरी लगाये व पशुओं को सर्दी से बचाने हेतु उपाय करने कहा गया है। दुधारू पशुओं को सूखे और हरे चारे के साथ मे मिश्रित आहार देने और मवेशी शेड में फर्श को सूखा रखने की सलाह दी गई है।