*किसानों की जनकल्याणकारी योजनाओं पर पलीता लगाता कृषि विभाग*
*प्रभारी सहायक संचालक मोरिसनाथ के इर्द-गिर्द घूमती शक की सुई…*
देश की अर्थव्यवस्था में सबसे अहम भूमिका अदा करने वाले कृषि विभाग में बीते लम्बे समय से सिवनी जिले में शासकीय योजनाओं में पलीता लगाकर प्रभारी सहायक संचालक मोरिसनाथ गुमराह कर रहव हैं बता दें कि वे लंबे समय से सिवनी में पदस्थ हैं और प्रत्येक जिम्मेदारों की रग रग से वाकिफ हैं यही वजह है कि चाहे नेता हो या फिर इनसे उच्च अधिकारी इन्हें गोल गोल घुमाने में इन्होंने महारत हासिल कर ली है।
*सिवनी पृथ्वी टाइम्स*।
सिवनी जिले के ग्रामीणजनों की घरेलू निर्भरता कृषि मे होने के कारण कृषि विभाग, जिले का एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है जिसमे विभागीय संरचना जिला स्तर के कार्यालय उपसंचालक कृषि हैं,लेकिन उपसंचालक का पद लम्बे समय से रिक्त होने की वजह से जरूरत मंद को योजनाओं का सही लाभ नही मिल पा रहा है।
*जिले में प्रधानमंत्री योजनाओं की जांच हो*
सिवनी जिले में कृषि विभाग द्वारा किस तरह से प्रधानमंत्री किसान सिंचाई योजना व फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन प्रभारी उपसंचालक मोरिसनाथ ने किया है इसकी जांच बेहद जरूरी है किसान लंबे समय से हलाकान है लेकिन योजनाओं का लाभ उन्हें कागजों में जरूर मिल रहा है,देश के प्रधानमंत्री की इन योजनाओं में किस तरह से श्री नाथ और उनके सहकर्मियों ने मिलकर शासकीय राशि की फाग खेली गई है यह जांच से जरूर स्पष्ट हो जाएगा किन्तु अब जांच करे भी तो कौन?
*पांच सहायक संचालकों का समावेश*
सिवनी जिले में
उपसंचालक कृषि के साथ ही पांच सहायक संचालक कृषि पदस्थ हैं,किन्तु इनके कामों पर भी विकासखण्डों में प्रश्नचिन्ह लगते आये हैं जबकि जिले में दो अनुविभगीय स्तर के कार्यालय के साथ ही दो सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी कार्यालय सिवनी एवं लखनादोंन में पदस्थ हैं बावजूद इसके धरती पुत्र खुशहाल नही ।बता दें कि अनुविभगीय अधिकारी कार्यालय सिवनी के अन्तर्गत चार वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय सिवनी, कुरई, बरघाट, केवलारी एवं अनुविभगीय अधिकारी लखनादौन के अन्तर्गत वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय छपारा, लखनादौन, घन्सौर, धनोरा आते हैं, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालयो में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के अधीनस्थ कृषि विकास अधिकारी एवं ग्रामिण कृषि विस्तार अधिकारी पदस्थ हैं । कृषि विभाग सिवनी में एक प्रथम श्रेणी अधिकारी एवं नौ द्वितीय श्रेणी अधिकारी कार्यरत है जिले में कार्यरत तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की संख्या क्रमश: 117 व 12 है जो कि इनकी दी गई जानकारी में साइट पर दर्ज है।
*कृषि के क्षेत्र में नवाचार*
इनकी साइट में यह भी उल्लेखित है कि
आत्मा तथा बायफ कन्वर्जंस के मार्गदर्शन में विगत वर्षों में किए गए लगातार प्रयासों के फलस्वरूप घंसौर विकासखंड (सिवनी के एक आदिवासी और दूरस्थ ब्लॉक) के ग्राम दुरजनपुर, बरेला ,गोरखपुर, अतरिया ,विनेकी कला, पनारझिर ,जमोडी ,डोभी खुद्दार गांव बगदरी में आम ,आंवला ,काजू और यूकेलिप्टस का वृक्षारोपण किया गया है। इन प्रयोगों से प्रभावित होकर कृषकों का फल उत्पादन की ओर रुझान बढ़ रहा है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना अंतर्गत धान का श्री पद्धिति से रोपा लगाया जा रहा है । कृषक कृषि विकास योजना अंतर्गत कृषकों को रसायन मुक्त खेती के लिए प्रेरित किया जाता है ।
*कुछ और ही बयां करती जमीनी हकीकत*
उपरोक्तानुसार जानकारी कृषि विभाग द्वारा ही अपलोड की गई है अब इसमें कितनी सच्चाई है यह तो जांच के पश्चात ही स्पष्ट हो पायेगा लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयाँ करती हैं।