महाकालेश्वर में नाग पंचमी पर कालसर्प दोष और राहु केतु शांति के लिए होगा विशेष पूजन
महाकालेश्वर में नाग पंचमी पर कालसर्प दोष और राहु केतु शांति के लिए होगा विशेष पूजन
अश्वनी मिश्रा
सिवनी पृथ्वी टाइम्स 1 अगस्त 2022।
नाग पंचमी का त्यौहार हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाता हैं। इस साल यह 2 अगस्त 2022 दिन मंगलवार को मनाई जायेगी। इस शुभ अवसर पर सिवनी नगर के दक्षिण दिशा की ओर बोरदई टेकरी पर स्थित महाकालेश्वर मंदिर में कालसर्प दोष निवारण तथा राहु केतु शांति के लिए विशेष पूजन कराया जाएगा।
मंदिर के पुजारी पंडित राघवेंद्र शास्त्री ने बताया कि जो भी श्रद्धालु इस पूजन का शुभ लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, वे 108 शिवलिंग से सुसज्जित महाकालेश्वर मंदिर में पहुंच सकते हैं। पंडित शास्त्री ने बताया कि सनातन धर्म में नाग पंचमी के त्योहार को कई दृष्टियों से उत्तम माना गया हैं। सनातन संस्कृति में इस दिन नाग देवता की पूजा किये जाने का प्रावधान हैं। इस दिन नाग देवता के लिए व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा की जाती हैं। नाग पंचमी का दिन काल सर्प दोष और राहु-केतु के अशुभ प्रभाव के निवारण हेतु किये जाने वाले उपाय के लिए भी बहुत शुभ हैं। अगर आप काल सर्प दोष और राहु केतु के अशुभ प्रभाव से हैं परेशान तो नागपंचमी के दिन काल सर्प दोष की शांति के लिए पूजा कर सकते हैं। इस दिन ॐ रां राहुवे नम: या ॐ कुरूकुल्ये हुं पट स्वाहा मंत्र का 108 बार जाप करें, उसके बाद भगवान शिव की या नाग-नागिन की प्रतिमा पर दूध अर्पित करें.
नागपंचमी के दिन जातको को काले तिल, काले उड़द,काली राई, नीला वस्त्र, जामुन, काला साबुन, कच्चे कोयले, सिक्का-रांगा या लैड आदि दान करें या इसे बहते हए पानी में प्रवाहित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती हैं।