गुणवत्ताविहीन कार्य करा रहे सचिव,रोजगार सहायक
गुणवत्ताविहीन कार्य करा रहे सचिव और रोजगार सहायक
मामला ग्राम पंचायत रुमाल का
उगली (पृथ्वी टाइम्स)सिवनी जिले के अंतर्गत जनपद पंचायत केवलारी की ग्राम पंचायत रुमाल में विकास कार्यों की पोल खुलते स्पष्ट दिख रही है।
तस्वीरों में स्पष्ट दिखाई दे रहा है, कि किस प्रकार पंचायत स्तर पर होने वाली विकास कार्य जिसमें नाडेप टांका सोक गड्ढा का निर्माण पूरे प्रदेश की पंचायतों में किया जाना था।
जिसके अंतर्गत पंचायत को अलग-अलग स्तर पर राशि जारी की गई।
जिसके अंतर्गत कुछ ग्राम पंचायतों में जो नाडेप टाका के शोक गड्ढे बनाए गए हैं उनकी गुणवत्ता देख तारीफ करते नहीं थक रहे हैं लोग लेकिन ग्राम पंचायत रुमाल में इसके विपरीत ही नजारा दिखाई दे रहा है।
दूसरी तस्वीर स्पष्ट कर रही है कि ग्राम के बीचो बीच स्थित सड़क के किनारे पानी के बहाव के लिए नाली निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसका कार्य अभी वर्तमान में अवरूद्ध है, आचार संहिता खत्म होने के बाद कार्य प्रगति पकड़ेगा।
लेकिन तस्वीरों में स्पष्ट नजर आ रहा है कि निम्न गुणवत्ता का मटेरियल इस्तेमाल करते हुए स्वीकृत राशि से आधी राशि का इस्तेमाल कर निर्माण कार्य किए जा रहे हैं।
तस्वीर में जो नाडेप टांका दिखाई दे रहा है उसमें पंचायत की बाउंड्री वॉल से सटाकर ही निर्माण कर दिया गया है जिसको देखकर ही अनुमान लगाया जा सकता है कि किस प्रकार रुमाल ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
कोरोना काल का फायदा उठाकर इतिहास में पहली बार 7 वर्षों का सरपंचों का कार्यकाल रहा, जिसमें शुरू के 5 वर्ष दो जैसे तैसे निर्माण कार्य किए ही गए थे, लेकिन अंतिम के 2 वर्षों में जो नए कार्य स्वीकृत हुए हैं उनका बंटाढार होता स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
इसी का एक उदाहरण ग्राम पंचायत रुमाल में देखने को मिला ग्राम पंचायत रुमाल में पदस्थ सचिव से इस बारे में जब जानकारी पूछने के लिए दूरभाष में संपर्क किया तू आपने फोन नहीं उठाए।
रोजगार सहायक से प्राप्त जानकारी के अनुसार जानकारी दी गई कि उक्त नाडेप टाका लगभग ₹17000 राशि से निर्माण किया गया है, जहां तक नाली की बात है तो जैसे ही आचार संहिता खत्म होती है, निर्माण कार्य चालू कर दिया जाएगा।
ग्राम पंचायत स्तर पर होने वाले विकास कार्यों में बिना रॉयल्टी की रेत, गिट्टी व बिना जीएसटी की ईंटों का इस्तेमाल कर फर्जी ट्रेडर्स से मटेरियल खरीद कर ऐसी भी ग्राम पंचायत हैं जो अन्य दूसरी फर्मों के नाम से फर्जी बिल भी काटते हैं।
अब देखना यह होगा कि भूतपूर्व सरपंच का कार्यकाल तो जैसे तैसे निपट ही गया, अब आने वाले नए सरपंचों की शपथ भी आगामी 30 जुलाई को होना है।
कल 26 जुलाई मंगलवार को उप सरपंचों का चुनाव प्रक्रिया संपन्न कर ली जाएगी पूरी विधानसभा की बात की जाए तो लगभग 72 ग्राम पंचायतों का समावेश है, जमीनी हकीकत की बात करें तो विकास कार्यों की पोल खुलती साफ नजर आ रही है।
कुछ ग्राम पंचायत में इन नवनिर्वाचित सरपंचों से पूर्व में हुए विकास कार्यों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट कह दिया है कि जब तक पूर्व सरपंचों के द्वारा लंबित प्रकरणों को स्पष्ट नहीं किया जाएगा तब हम प्रभार भी ग्रहण नहीं करेंगे अब देखना यह है कि विधानसभा केवलारी के अंतर्गत किन-किन ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार फैला है जिसको लेकर उच्च अधिकारी कितने संवेदनशील नजर आते हैं यह तो समय ही बताएगा।