गोंगपा/बसपा का गठबंधन बिगाड़ सकता है सिवनी में भाजपा,कांग्रेस का गणित गोंगपा से सिवनी विधानसभा के अधिकृत प्रत्याशी बने रंजीत वासनिक गोंडवाना और बसपा का गठबंधन है मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में
गोंगपा/बसपा का गठबंधन बिगाड़ सकता है सिवनी में भाजपा,कांग्रेस का गणित
गोंगपा से सिवनी विधानसभा के अधिकृत प्रत्याशी बने रंजीत वासनिक
गोंडवाना और बसपा का गठबंधन है मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में
सिवनी पृथ्वी टाइम्स 17 अक्टूबर 2023।
सिवनी के राजनीतिक गलियारों में इस बार विधायक चुनाव में महासंग्राम की आहट ने दस्तक दे दिया है और सिवनी विधानसभा 115 में अब तीन प्रत्याशी मुख्य रूप से चुनावी मैदान में होंगे जिसमे भाजपा से दिनेश राय मुनमुन,कांग्रेस से आनंद पंजवानी तो गोंगपा/बसपा ने अब रंजीत वासनिक को अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया है ,भारी उहापोह और कशमकश के दौर से गुजर रहे सिवनी के मतदाता के लिए विधायक चुनने के लिए अब विकल्प ही विकल्प हैं लेकिन हाँ सिवनी का जागरूक मतदाता किसे अपनी पहली पसंद बनाता है यह तो आगामी 3 दिसंबर 2023 को ही तय होगा किन्तु एक बात अवश्य है कि बरघाट से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत करने वाले विकास पुरुष रंजीत वासनिक को भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी हल्के में नही ले सकती,वहीं चुनाव ने जातिगत समीकरण अपनाया तो भाजपा और कांग्रेस की सिवनी विधानसभा में मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
तो सिवनी विधानसभा में होगा त्रिकोणीय मुकाबला
जानकारों की माने तो सिवनी विधानसभा में इस बार चुनावी घमाशान त्रिकोणीय होगा क्योंकि अभी तक भाजपा और कांग्रेस पर ही लोगों की अटकलें थीं किन्तु आज जैसे ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के बाद सिवनी विधानसभा से रंजीत वासनिक का नाम फाइनल हुआ उससे बाकी प्रत्याशियों के कार्यकर्ताओं में भी रायशुमारी देखी गई,जिले में रंजीत वासनिक का नाम आमजन से खास वर्ग के बीच अछूता नही है और चुनाव लड़ने के लिए वे पहले से ही तैयार रहे और आज इस पर मोहर भी लग गई।
अजा अजजा वोटर की संख्या भारी
बता दें कि सिवनी विधानसभा में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के वोटर ही तय करेंगे कि आखिर जीतेगा कौन क्योंकि इनकी संख्या सबसे ज्यादा है सब कुछ ठीक ठाक रहा और दलगत राजनीति से हटकर मतदाता ने जातिगत समीकरण को अपनाया तो निश्चित ही सिवनी में रंजीत वासनिक को सफलता अवश्य मिलेगी,चूंकि गोंडवाना और बहुजन समाज का वोटर एकजुट हो गया तो इनकी संख्या ही सिवनी विधानसभा में एक लाख से ऊपर है,वैसे हमेशा इन वोटर्स के मतदान से जिले में ज्यादा नुकसान कांग्रेस पार्टी को ही उठाना पड़ा है किन्तु इस बार स्थिति ज्यादा स्पष्ट समझ नही आने के कारण भाजपा को भी झटका लगना लाजिमी है ।
बरघाट से लगातार चर्चा में रहे हैं रंजीत वासनिक दाऊ
आज बरघाट में जो निर्माण और विकास कार्य देखने को मिल रहा है उसमें बरघाट विकास मोर्चा के संयोजक और नगर परिषद बरघाट के पूर्व अध्यक्ष रंजीत वासनिक का ही है जिन्होंने विकास के मार्ग पर चलकर बरघाट नगर की तसवीर ही बदल दी है,और ऐसे ही विकास कार्य की जरूरत सिवनी को भी है जिसे मतदाता रंजीत वासनिक को जोड़कर देख रहे हैं,बीते नगर परिषद बरघाट के चुनावों में भी रंजीत के बरघाट विकास मोर्चा के प्रत्याशियों ने भाजपा और कांग्रेस के बीच अपनी जीत के झंडे गाड़े एन वक्त पर स्थिति सामान्य नही रही वरना आज बरघाट नगर परिषद में अध्यक्ष रंजीत वासनिक की टीम का होता।