प्रदीप वाल्मीकि द्वारा रचित कविताएँ पुलिस प्रशिक्षुओं को समर्पित पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में होगी सुशोभित
प्रदीप वाल्मीकि द्वारा रचित कविताएँ पुलिस प्रशिक्षुओं को समर्पित
पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में होगी सुशोभित
सिवनी ।”सतपुडा सिंघम” द्वारा स्वरचित कविताएं पुलिस प्रशिक्षुओं की प्रेरणा हेतु मध्य प्रदेश राज्य के भोपाल स्थित पुलिस एकेडमी एवम पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट में होंगी सुशोभित
मध्यप्रदेश पुलिस जन्हा देशभक्ति जनसेवा के कर्तव्य पथ पर अथक परिश्रम के साथ दिन रात ड्यूटी करती वही अपनी कलम के रचनात्मक सृजन के माध्यम से भी अपना सृजनशील योगदान देने में पीछे नहीं हैं, इसी क्रम में मध्यप्रदेश पुलिस में *सतपुड़ा सिंघम” के नाम से सुविख्यात सिवनी जिले की महिला सुरक्षा शाखा में पदस्थ उप पुलिस अधीक्षक (कार्यवाहक) प्रदीप वाल्मीकि का नाम भी आता है जिन्होंने हाल ही में उप पुलिस अधीक्षक (कार्यवाहक) संवर्ग के तृतीय इंडक्शन कोर्स के समापन अवसर दिनांक 15 सितंबर 2023 को मध्यप्रदेश राज्य पुलिस अकादमी (भौंरी) भोपाल में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान पुलिस प्रशिक्षण एवम कर्तव्य परिप्रेक्ष्य में स्वरचित कविता *दीक्षांत नहीं दीक्षारंम्भ है ये* फोटो फ्रेम के साथ मध्यप्रदेश पुलिस की वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुश्री अनुराधा शंकर सिंह (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण) को सप्रेम भेंट की, एक कविता को पुलिस प्रशिक्षण अकादमी परिसर में आगंतुक प्रशिक्षु पुलिस हेतु प्रेरक कार्य के उद्देश्य से लगाया जावेगा,इसी तरह उप पुलिस अधीक्षक (कार्यवाहक) प्रदीप वाल्मीकि द्वारा एक अन्य और भी स्वरचित रचना जो कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर स्वरचित की गई *पुलिस अंकल की चिट्ठी पापा के नाम* शीर्षक कविता भी भोपाल स्थित पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री जी जनार्दन सर को भी सप्रेम भेंट की गई
उक्त रचनाये राज्य पुलिस अकादमी एवम पुलिस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में सुशोभित होकर राज्य स्तर पर प्रशिक्षु पुलिस अधिकारी कर्मचारीगण हेतु सतत प्रेरक कार्य करेंगी ,
ज्ञात होवे कि उप पुलिस अधीक्षक (कार्यवाहक) प्रदीप वाल्मीकि जो कि भारतीय दलित साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा डा बाबा साहेब अंबेडकर फेलोशिप अवार्ड से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित साहित्यकार है जिनके द्वारा समसामयिक विषयों पर पूर्व में भी अनेक साहित्य सृजन किए जा चुके है,सतपुड़ा सिंघम के साहित्य सृजन में प्रमुख रूप से “व्यंग्य कविता संग्रह शंखनाद”,”पातालकोट की भारिया जनजातीय की सामाजिक,आर्थिक ,सांस्कृतिक विरासत पर लघु शोध प्रबंध”,”नक्सल हिंसा में बालाघाट जिले के पुलिस व जनशहीदों की स्मृति में रचित दो शहीद स्मारिकाएं” पूर्व में प्रकाशित कृतियां है . सतपुड़ा सिंघम प्रदीप वाल्मीकि उप पुलिस अधीक्षक ( कार्यवाहक) की रचनाओं की पुलिस महकमे के साथ साथ आमजन में भी प्रदेश स्तर पर सराहनाएं की जा रही है।