नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की जयकारों से भावविभोर हुए श्रद्धालु
नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की जयकारों से भावविभोर हुए श्रद्धालु
भागवत कथा है जीवन का सार – शास्त्री
सिवनी – नगर के बारा पत्थर स्थित राशि लॉन में चल रहे श्रीमद्भागवत महापुराण और महा रुद्राभिषेक आयोजन के पंचम दिवस पर श्री कृष्ण जन्म अवसर पर नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की जयकारों के साथ आयोजन स्थल पर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। बाल लीलाओं का रसपान व्यासपीठ पर विराजमान पंडित नारायण प्रसाद शास्त्री ने श्रद्धालुओं को कराते हुए बताया कि भागवतकथा सभी ग्रन्थों का सार हैं। यह तो हम जानते हैं मगर इस सार के पीछे जो रहस्य छिपा हुआ है वो कोई नहीं जानता। इस कथा में जो उपदेश अलग-अलग प्रसंगों में दिए गए है उसका पालन करना एवं उसके साथ-साथ मनुष्य जीवन में इस कथा के प्रत्येक प्रसंग के महत्व को समझकर उस पर चिंतन मनन करते हुए मनुष्य जीवन यापन करना ही मानव का धर्म हैं। और यही भागवत पुराण सीखा रहा हैं।
श्री कृष्ण जन्म और बाल लीलाओं का सजीव चित्रण देखकर भावविभोर हुए श्रद्धालु
श्रीमद् भागवत एवं महा रुद्राभिषेक चतुर्थ और पंचम दिवस पर श्री कृष्ण जन्म और उनकी बाल लीलाओं का प्रसंग व्यासपीठ पर विराजमान पंडित नारायण प्रसाद शास्त्री ने श्रद्धालुओं को कराया। आयोजन स्थल पर श्री कृष्ण जन्म और बाल लीलाओं का सजीव चित्रण देखकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। आज भगवान श्री कृष्ण को 56 प्रकार के महा भोग लगाया जा कर श्रद्धालुओं को वितरित किया गया।