नवागत जिपं सीईओ साहब सुनिए-देखिए 2 करोड़ के भृष्टाचारियों पर कब कसेंगे नकेल
नवागत जिपं सीईओ साहब सुनिए-देखिए
2 करोड़ के भृष्टाचारियों पर कब कसेंगे नकेल
सिवनी पृथ्वी टाइम्स 7 अगस्त 23।
लोकायुक्त,ईओडब्ल्यू कलेक्टर एवं कमिश्नर के आदेशों को हवा में लेने वाले भृष्ट जिम्मेदारों पर आखिर कब होगी प्राथमिकी दर्ज? बता दें कि दो करोड़ की चपत लगाने वाले अभिषेक कुमार तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिवनी तथा बिना निर्माण कार्य और गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य कराने वाले सचिवों पर कब होगी कार्यवाही।
जनपद पंचायत सिवनी के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक कुमार के द्वारा 15 वित्त आयोग में कार्य योजना बदलकर अपने चहते सचिव तथा ठेकेदारों को शासन के नियम विपरीत निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए थे जिसकी शिकायत माननीय मुख्यमंत्री से लेकर अपर मुख्य सचिव कलेक्टर कमिश्नर लोकायुक्त ईओडब्ल्यू को भी की गई परंतु जांच के नाम पर एक सालों से हीला हवाली की जा रही है आज दिनांक तक 2 करोड़ का भ्रष्टाचार करने वाले अभिषेक कुमार सचिवों उपयंत्री तथा नियम विरुद्ध तकनीकी स्वीकृति जारी करने वाले सहायक यंत्री के विरुद्ध किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जा रही है।
*अजय शर्मा पर क्यों है जिला प्रशासन मेहरबान*
सर्वविदित है कि अजय शर्मा ग्राम पंचायत सचिव बहुत ही भ्रष्टाचारी सचिव है । तत्कालीन जनपद पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार से सांठगांठ कर इनके द्वारा ग्राम पंचायत बिठली में लगभग 40 लाख रुपए के तीन निर्माण कार्य स्वीकृत कराए थे। एक ही ग्राम पंचायत में इतना पैसा देना अपने आप मिली भगत दर्शाता है अजय शर्मा के द्वारा पुरानी पुलिया को नई पुलिया बताकर लगभग 15 लाख रुपए गबन किया गया है जबकि मौका स्थल पर देखा जाए तो वर्तमान में कोई भी काम नहीं किया गया है उपयंत्री शिखा राय के द्वारा भी बढ़ा चढ़ा कर नवीन पुलिया दर्शा कर पूरा मूल्यांकन किया गया है ।
सबसे चर्चित कारनामा अजय शर्मा के द्वारा पहाड़ी पर चेक डेम बनाकर किया गया है। शासन के निर्देशानुसार चेक दे ऐसे स्थलों पर बनाया जाता है जहां पर ग्राम वासियों को निस्तार हेतु जल प्राप्त हो अथवा कृषकों को सिंचाई हेतु जल प्राप्त हो परंतु अजय शर्मा को तो सिर्फ शासन के पैसों के बर्बादी करना उनका मकसद है पूरा पैसा अजय शर्मा के द्वारा हड़प लिया जाता है इनके द्वारा पहाड़ी पर 15 लाख की लागत से जो चेक ने मनाया गया है जहां पर ना तो शासन के कोई नियम निर्देश का पालन हुआ न ही उक्त चेक डैम से किसी भी ग्रामवासी को कोई फायदा पहुंचा है और हाँ भारी बारिश में भी यहां पानी एकत्र नही है जिसे जिला पंचायत के नवागत सीईओ अपनी आंखों से देख सकते हैं तो क्या सिर्फ सचिव अजय शर्मा उपयंत्री सहायक यंत्री को उक्त चेक डैम का निर्माण कार्य का मूल्यांकन उपयंत्री शिखा राय के द्वारा किस आधार पर किया गया है यह तो वे ही जाने लेकिन हाँ उनका पूरा साथ सहायक यंत्री राजाराम सनोडिया के द्वारा भी दिया गया है।
अतिरिक्त प्रभार के रूप में अजय शर्मा के द्वारा गोपालगंज पंचायत में भी भारी भ्रष्टाचार किया गया है । गोपालगंज की सरपंच लोकायत के द्वारा ट्रैप की गई थी। ग्राम पंचायत गोपालगंज में सरपंच ना होने के उपरांत भी अजय शर्मा के द्वारा लगभग 12 से 15 लाख रुपए की राशि का आहरण कर गबन किया गया है। की शिकायत अनेकों बार किए जाने के उपरांत भी आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की जांच नहीं की गई है जितनी भी शिकायतें होती है शर्मा के द्वारा पूरी शिकायतों को जनपद और जिला से सांठगांठ कर दबा दी जाती हैं।
*क्या शिकायत को संज्ञान में लेंगे नवजीवन पवार*
सुनने और देखने में तो आ रहा है कि नवजीवन पवार बहुत ही कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार अधिकारी है उपरोक्त शिकायत का संज्ञान इनके द्वारा लिया जाता है तो सबसे पहले बिठली ग्राम पंचायत का चेक डैम निर्माण कार्य जाकर देख ले बिठली ग्राम पंचायत जिला पंचायत से लगी ग्राम पंचायत है वहां का भ्रष्टाचार देखकर ही इनको पंचायती राज में हो रहे भ्रष्टाचार के जानकारी लेने में कोई ज्यादा टाइम नहीं लगेगा। नवजीवन पवार के आने से भ्रष्टाचारियों तथा गुणवत्ता हीन कार्य करने वाले ठेकेदारों में भी भगदड़ मची हुई है।
*एसीईओ एके सिंह हैं जांच प्रभारी*
हमे मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरे फरेब में जिला पंचायत सिवनी में पदस्थ एसीईओ अश्विन कुमार सिंह को जांच अधिकारी बनाया गया है लेकिन जांच प्रभावित करने के अनेकों प्रपंच श्री सिंह को आते हैं क्योंकि वर्षों से यहां पदस्थ ये सज्जन सबकी खैर खबर से वाकिफ हैं,लेकिन हाँ 2 करोड़ के फर्जीवाड़े से यदि पर्दा उठा और नवागत सीईओ नवजीवन पंवार के संज्ञान में आया तो कई भृष्टाचारी नप सकते हैं।
*15 लाख के चेक डेम में पानी नही*
सीईओ साहब रिटर्निग वाल के नाम से जो 15 लाख रुपयों का चैक डेम बनाया गया उसमे भरी बारिश में भी पानी इकट्ठा नही हो पाया यह ग्राम पंचायत बीठली में है जिसके कर्णधार सचिव अजय शर्मा हैं ।
*बगैर सरपंच के गोपालगंज पंचायत में 12 लाख का हुआ भुगतान*
2 करोड़ के फर्जीवाड़े से लेकर ग्राम पंचायत बिठली के मामले की सीएम हेल्पलाइन में एल 4 अधिकारी के पास लंबित है,इस शिकायत पर न तो तत्कालीन जिपं सीईओ द्वय पार्थ जायसवाल ने कोई कार्यवाही की और न ही श्रीमती निधि राजपूत ही कुछ कर सकीं ।
हाल ही में पता चला है कि सचिव अजय शर्मा के द्वारा ग्राम पंचायत गोपालगंज में सरपंच का पद रिक्त होने के उपरांत भी लगभग 12 लाख का भुगतान किया गया है,जबकि सरपंच का अता-पता नही है।