सरकारी जमीन के कब्जेधारी की होटल में आएंगे प्रदेश के मुखिया शिवराज कब्जे की भूमि का उपयोग पार्किंग के लिए करता है रजवाड़ा होटल प्रबन्धन
सरकारी जमीन के कब्जेधारी की होटल में आएंगे प्रदेश के मुखिया शिवराज
कब्जे की भूमि का उपयोग पार्किंग के लिए करता है रजवाड़ा होटल प्रबन्धन
नरेंद्र राय विक्की/रमेश भीमटे..
सिवनी पृथ्वी टाइम्स 1 नवंबर 22 ।।
इसे कहते हैं आंख में धूल झोंककर कैसे काम को अंजाम दिया जाता है वह भी प्रदेश के प्रथम व्यक्ति की, जी हाँ एक ओर जहां प्रदेश की भाजपा सरकार अवैध कब्जे,अतिक्रमण का सफाया करने मे बुलडोजर और जेसीबी लगाकर जुटी है उनमें अधिकांश गरीबों को ही नुकसान उठाना पड़ा है लेकिन हां जब इन जिम्मदारों को कोई रजवाड़ा लॉन के संचालक जैसा रसूखदार मिल जाये तो पूरे प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगते हैं,किन्तु इस बात का पता यदि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री को पता चल गई तो समझो आयोजकों की तो खैर नही और शायद यह उस दिन हो भी जाये जैसा कि हमे हमारे सूत्रों ने बताया है।सरकारी जमीन पर कब्जा कर पार्किंग बनाने वाले रजवाड़ा लॉन में शिरकत करेंगे सीएम और प्रदेश अध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जितने भी कार्यक्रम कराए जाते हैं उनमें से अधिकांश कार्यक्रम लूघरवाड़ा में स्थित रजवाड़ा लॉन में आयोजित किए जाते हैं। लॉन संचालक के द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा कर पार्किंग बनाने के मामले में लॉन लंबे समय से सुर्खियां बटोर रहा है लेकिन संचालक के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही होती। सूत्र बताते हैं कि रजवाड़ा लॉन के संचालक सत्ता पक्ष के नेताओ और प्रशासनिक अधिकारियों से मधुर संबंध बनाने अपनी होटल और लॉन किराए से देते समय बहुत अधिक किराया नही वसूलते जिसका कारण यह है कि जब उक्त लॉन में कार्यक्रम होते है तो बड़े बड़े अधिकारी और नेता शिरकत करते है जिनके बीच नम्बर बढ़ाते हुए लॉन संचालकों के द्वारा सरकारी जमीन का उपयोग पार्किंग के लिए किया जाता है। उक्त लॉन सडक से चंद कदमों की दूरी में बना है जहां आयोजित कार्यक्रम में जाने वाले लोगो के वाहनों को सडक के ठीक किनारे पार्किंग किया जाता है जिसके कारण आये दिन लॉन के सामने जाम की स्थिति बन जाती है। कई बार लॉन संचालक की मनमर्जी के चलते वहां से गुजरने वाली एंबुलेंस तक फंस जाती है जिससे एंबुलेंस में मौजूद मरीज और उनके परिजनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार मीडिया ने प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया लेकिन प्रशासनिक कार्यक्रम एवं राजनीतिक कार्यक्रम करते हुए अधिकारियों के सामने नंबर बढ़ाने वाले लॉन संचालकों का प्रशासनिक अधिकारी कुछ नहीं कर पाते, यही कारण है कि जब भी प्रशासनिक कार्यक्रम या राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं तो उनकी पहली पसंद रजवाड़ा लॉन रहता है ताकि किराया कम लग सके। गौरतलब हो कि जिला भाजपा का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 3 दिसम्बर से 05 दिसम्बर 2021 तक रजवाड़ा में ही आयोजित किया गया था जिसमे रहने,भोजन की व्यवस्था की जिम्मेदारी रजवाड़ा की ही थी उस समय भी कार्यक्रम में पंहुचे भाजपा नेताओं ने रजवाड़ा लॉन के संचालक के द्वारा कब्जा की गई सरकारी जमीन पर ही पार्किंग व्यवस्था किया था।
मुख्यमंत्री के ही आदेश थे सरकारी जमीनों को कराया जाए कब्जा मुक्त
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यदि रजवाड़ा लॉन में आयोजित कार्यक्रम में जाते हैं तो फिर उनके ऊपर प्रश्न चिन्ह लगने लगेगा। असल में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ही एक मुहीम चलाया है जिसमें सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले भू माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। सिवनी जिले में भी कई भू माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई की गई लेकिन लूघरवाड़़ा में स्थित रजवाड़ा लॉन के संचालक के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई जिन्होंने सडक के ठीक किनारे स्थित बेशकीमती जमीन पर कब्जा करते हुए उसे पार्किंग स्थल बना दिया। मीडिया ने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया लेकिन उन्होंने कभी ध्यान नहीं दिया यदि उक्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शिरकत करते हैं तो फिर उनके सामने यही सवाल होगा कि एक तरफ भूमाफियाओ के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ वह रजवाड़ा लॉन में कार्यक्रम में जा रहे हैं जिन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा करते हुए भारतीय स्तर का बनाया हुआ है।