जल जीवन मिशन पर पीएचई विभाग लगा रहा पलिता
*प्रधानमंत्री के सपने पर पीएचई विभाग फेर रहा पानी*
*जल जीवन मिशन योजना में ठेकेदार कर रहा भारी अनियमित्ताएं*
सिवनी पृथ्वी टाइम्स 1 नवंबर22
(ब्यूरो रिपोर्ट आदिल ख़ान)
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जल जीवन मिशन योजना के तहत 2024 तक देश के हर घर,हर परिवार,हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का सपना देखा गया है।जिसके लिए 15 अगस्त 2019 को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री द्वारा जल जीवन मिशन योजना लागू की गयी।उक्त योजना के क्रियान्वयन के लिए 3.60 लाख करोड रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है। जिसके तहत पीएचई विभाग के माध्यम से करोडों रूपए के निर्माण कार्य पूरे देश में कराए जा रहे हैं। प्रदेश में शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार इस योजना के क्रियान्वयन में काफी गंभीर नज़र आ रही है किन्तु धरातल पर विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलिभगत के चलते प्रधानमंत्री मोदी के सपनों पर पानी फेरा जा रहा है।
*स्कूलों और आंगनवाडियों में भी हो रहा लाखों का निर्माण कार्य*
जल जीवन मिशन योजना के तहत हर घर ,हर परिवार तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के साथ-साथ स्कूलो,आंगनवाडियों में विद्यार्थियों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने लाखों की लागत से निर्माण कार्य कराया जा रहा है।इस योजना के तहत म.प्र. के सिवनी जिले के लगभग सभी स्कूलों ,आंगनवाडी केन्द्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ती के लिए लाखों की लागत से निर्माण कार्य किया जा रहा है।जिसमें पीएचई विभाग द्वारा ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर उक्त निर्माण कार्य में भारी अनियमित्ता और भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसके चलते सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी के 2024 तक देश के हर व्यक्ति तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के सपने पर कुठाराघात हो रहा है।
दरअसल जल जीवन मिशन योजना के तहत स्कूलों और आंगनवाडियों में लाखों की लागत से टंकी ,मोटर लगाकर ,नल लगे प्याऊ,वाश बेसिन निर्माण कराया जा रहा है।जहाॅ पुराने बोर हैं वहाॅ उक्त बोर में या हैण्डपम्प में मोटर फिट की जा रही है अगर कहीं पानी की कोई व्यवस्था नहीं है तो वहाॅ बोर कराकर उक्त स्ट्रक्चर का निर्माण लाखों रूपए की लागत से किया जा रहा है।सिवनी ब्लाॅक के लगभग 400 स्कूलों और आंगनवाडियों में उक्त निर्माण कार्य किया जा रहा है।
*उच्च राजनैतिक और प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है ठेकेदार*
इस पूरे निर्माण कार्य में सिवनी ब्लाॅक में वीनस कंट्रक्शन सिवनी द्वारा ठेका लिया गया है जिसमें लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार द्वारा हठधर्मिता दिखाते हुए भारी अनियमित्ता और भ्रष्टाचार किया गया है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त ठेकेदार काफी उच्च राजनैतिक और प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते यह मनमानी पर उतारू होकर देश के प्रधानमंत्री मोदी के सपनों पर कुठाराघात कर रहा है और विभागीय अधिकारी संरक्षण दे मूकदर्शक बने हुए है।
*घटिया निर्माण और अनियमित्ता का आरोप*
स्कूलों और आंगनवाडियों में हुए उक्त घटिया निर्माण का जायजा लेने जब हमारी टीम कान्हीवाडा उपतहसील मुख्यालय के आसपास के लगभग आधा दर्जन स्कूलों और आंगनवाडियों में गयी जहाॅ पदस्थ शिक्षकों ने सारी पोल खोल कर रख दी।
इनका कहना है-
1 कुछ माह पूर्व हुआ उक्त निर्माण कार्य बेहद घटिया तरीके से किया गया है।हैण्डपम्प में मोटर लगाकर टंकी में पानी पहुंचाया गया है लेकिन टंकी से आज तक पानी प्याऊ में लगे नलों में नही आया।आज तक उक्त वाश बेसिन और प्याऊ नलों का कोई उपयोग नहीं हुआ है।विद्यार्थी और शिक्षक अभी भी
सीधे हैण्डपम्प से पानी लाते हैं।उक्त निर्माण में नल में लगे एक पाइप में करेंट का प्रवाह हो रहा है जो बेहद खतरनाक है।पानी निकासी हेतु किसी प्रकार का कोई सोक टैंक निर्माण नहीं किया गया है।हमसे किसी पकार का सलाह मशवरा नहीं किया गया।
इकबाल खान,प्रधानपाठक ,प्राथमिक शाला उमरिया
2 हमारे स्कूल में पेजयल के लिए टंकी,मोटर और नल लगाकर प्याऊ और वाश बेसिन का निर्माण जुलाई-अगस्त माह में हुआ है सिर्फ 15 दिन के बाद मोटर खराब हो गयी तब से पेयजल आपूर्ती पूरी तरह बंद है ,ठेकेदार से बात की गयी तो उनका कहना है कि हमने जब लगाया था तो मोटर चालू थी अब हम कुछ नहीं कर सकते।मध्यान्ह भोजन के लिए दूषित पानी का उपयोग किया जा रहा है।एक कोने में जानवरों के लिए प्याऊ का टांका बना है।उक्त पूरा कार्य बेहद घटिया तरीके से किया गया है जिसका नुकसान हम उठा रहे हैं।
श्रीमति रानू अमरोदिया,प्रधानपाठक ,
प्राथमिक शाला धादरटोला,आजाद नगर
3 हमारे स्कूल में 1 साल पहले एक स्ट्रक्चर खडा कर दिया गया है जिसमे ना नल है ,ना टंकी ना ही मोटर है इसमें लगी टाइल्स उखडी पडी है।पेयजल की भारी समस्या है विद्यार्थी फलोराइड युक्त पानी वाले हैण्डपम्प पर निर्भर है।
विवेक सक्सेना,प्राचार्य ,हायर सेकेन्ड्री स्कूल छुई
देश और प्रदेश के संवेदनशील मुखिया और उनकी सरकार की संवेदनाएं गौ माता और अन्य मूक पशुओं के प्रति भी है।जल जीवन मिशन योजना के तहत पशुओं के लिए भी प्याऊ टांका निर्माण कराया जा रहा है।हमारी टीम बाम्हनवाडा पहुंची तो पाया कि वहाॅ एक आंगनवाडी भवन के बिल्कुल सामने एक पशुओं का प्याऊ टांका बनाया गया है जिसका निर्माण भी बेहद अनियमित्ता बरतते हुए गुणवताविहीन तरीके से किया गया है जिसमें पानी भरने और निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
उक्त आंगनवाडी केन्द्र की सहायिका से जब हमने उक्त संबंध में बात की तो उन्होंने कहा कि-
यहाँ जानवरों के लिए प्याऊ टांका बना दिया गया है।मैंने बनाने वाले ठेकेदार से कहा कि आप यहाॅ क्यूं बना रहे हो यहाॅ छोटे-छोटे बच्चे आते हैं।टांके में पानी भरेगा और कोई हादसा हो गया तो उसका जवाबदार कौन होगा तो यहाॅ काम करने वाले मेरे से ही बहस करने लगे।इसका निर्माण गलत तरीके से गलत जगह पर किया गया है।
सीता उइके, आंगनवाड़ी सहायिका,बाम्हनवाडा
हमारी टीम अभी सिर्फ कुछ ही जगह पर जाकर मुआयना कर पाई किन्तु लोगों का कहना है कि अधिकतर जगह यही स्थिति है।
इस संबंध में जब पीईची विभाग के एसडीओ अजय शंकर अवस्थी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि-
‘‘ जल जीवन मिशन योजना के तहत उक्त निर्माण कार्य कराया जा रहा है।वीनस कंट्रक्शन सिवनी द्वारा कार्य किया जा रहा है।आपने जहाॅ-जहाॅ बताया है मैं वह सारी जगह दिखवा लेता हॅू।
अजय शंकर अवस्थी,एसडीओ ,
पीएचई विभाग सिवनी
मामला आपके माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है,यदि कुछ गड़बड़ है तो जांच अवश्य कराई जाएगी,यदि सम्भव हुआ तो मैं स्वयं जांच करूँगा।
अरुण श्रीवास्तव, अधीक्षण यंत्री,पीएचई