रामदल ने मचाई लूट,मास्टरमाइंड कौन?
: *रामदल का मास्टरमाइंड कौन*
रावण दहन नाम पर लाखों की लूट,आयोजकों में मचेगी फुट
सिवनी पृथ्वी टाइम्स 5 अक्टूबर 22: रामदल द्वारा बीते वर्षों से आज तक किये जा रहे आयोजनों में केवल लोगों की जेबें ढीली कर अपनी स्वार्थ सिद्धि करने जैसा कृत्य किया है जनता को भृमित कर लम्बा चौड़ा सब्जबाग दिखाकर फुससी बम रावण के नाम पर फोड़ना इनका पेशा बन गया है इतना ही नही इन्होंने भोले भाले लोगों को बेवकूफ तो जरूर बनाया पर शहर के सम्भ्रांत डॉक्टर्स और नेताएँ को भी नही छोड़ा यहि कारण है कि आज तक इनकी यह परिपाटी चली आ रही है और फालतू में लोगों की जेब कट रही है
: अव्यवस्थाओं का आलम
रामदल का आयोजन देखने अपनी जेब ढीली करके पहुंचे लोगों ने बताया कि जब हमसे रुपये वसूले जा रहव थे तब तक आयोजकों द्वारा यह नही बताया गया कि गाड़ी पार्किंग की जिम्मेदारी स्वयं की होगी जब ये गन्तव्य तक अपने परिवार के साथ पहुंचे तो इन्हें ठगा सा महसूस हुआ वहीं जिम्मेदार आयोजको का कोई भी व्यक्ति मौजूद नही था
: उजागर होगा रामदल का कालाधन
प्रत्यक्षदर्शियों ने यह तक बताया कि रामदल नामक संस्था द्वारा आमजन से प्रवेश हेतु किसी से 50 तो किसी से 100 रु वसूले अब सवाल यह उठता है कि इस पूरे आयोजन की जिम्मेदारी है किसकी और किस आधार पर ग्रामीण एवम शहरी क्षेत्र के लोगों से यह उगाही की गई,जबकि एक समय ऐसा था जब गंगा जमुनी तहजीब पर आज से कुछ वर्ष पहले सिवनी का दशहरा पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध था वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को आयोजकों द्वारा ठहरने व भोजन की भी व्यवस्था की जाती थी लेकिन कहते हैं न जब यह रामदल ही भूखा है तो औरों के क्या पेट भरेगा इतना ही नही जब से रामदल नामक संस्था ने इस ओर अपना रुख किया है तभी से यह आयोजन फूहड़ता का प्रमाण बन निम्नस्तरीय हो गया है
: भाड़ में जाये जनता अपना काम बनता
जीएसटी की चोरी समेत लोगों को बदस्तूर लूटकर अपनी खानापूर्ति करने वाले इस दल ने जो कृत्य किया है वह अक्षम्य तो है ही वहीं इनके द्वारा अब तक जो धन उगाही लोगों से की है उसकी सच्चाई आज नही तो कल जनता के बीच आएगी जरूर इसका पर्याप्त प्रयास हमारे द्वारा किया जाएगा
: बाउंसर बुलाये आयोजकों ने
यह दल अपने आपको रामदल बताता है जबकि ये स्वंय अपने आपको असुरक्षित महसूस करते हैं तभी तो इन्हें हमारे सिवनी जैसे शांतप्रिय शहर में बाहरी आयातित बाउंसरों को रोजगार देने की जहमत उठानी पडी और नतीज़न इन बाउंसरों द्वारा चलते कार्यक्रम में बेचारे ग्रामीणों के साथ बत्तमीजी भी कर डाली इतना ही नही कुछ ग्रामीणों के साथ धक्का मुक्की भी की गई जो इस शहर के नेताओं,प्रशासनिक अधिकारियों और उपस्थित गणमान्य नागरिकों के हितों पर भी कुठाराघात है।
आगामी अंको में हम बताएंगे gst के विभाग के लोगों ने कैसे दिया इनका साथ